बिंदु सरोवर सिद्धपुर : मातृ श्राद्ध करने के लिए दुनिया का एक मात्र स्थान।

Techapex
3 min readMar 2, 2021

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वैसे तो भारत में कई सरे सरोवर आये हुए हे। इन सभी सरोवरों का आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व बहुत ही ज्यादा हे लेकिन कहते हे न की जिस तरह से हिरा अन्य पत्थरो से अलग पड़ता हे बिलकुल उसी तरह से कुछ सरोवर ऐसे हे जिसका धार्मिक महत्व श्रद्धालुओं के बिच में कुछ ज्यादा ही हे। आज हम ऐसे ही एक सरोवर बिंदु सरोवर सिद्धपुर (Bindu Sarovar Siddhpur) के बारे में आपको विस्तार से बताएँगे।

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बिंदु सरोवर सिद्धपुर किस प्रान्त में स्थित हे ? (Bindu Sarovar Kahan Pe hein?)

बिंदु सरोवर उतर गुजरात के पाटण जिले के सिद्धपुर शहर में आया हुआ हे। गुजरात का सिद्धपुर सरोवर का प्राचीन एवं धरिक इतिहास काफी सुनहरा हे। ये शहर मातृ गया तीर्थ के नाम से जाना जाते हे। यहाँ पे देश के कोने कोने से लाखो परिवार मातृश्राद्ध करने के लिए दौड़े चले आते ह। जिस तरह बिहार में आये हुए गया शहर पितृश्राद्ध के लिए मशहूर हे उसी तरह से बिंदु सरोवर सिद्धपुर मातृश्राद्ध करने के लिए दुनिया का एक मात्र स्थान हे। अहमदबाद से लगभग 120 किलोमीटर दुरी पे आया हुआ ये शहर सरस्वती जैसी पवित्र और पवन नदी के किनारे बसा हुआ हे और इस सिद्धपुर शहर का इतिहास ही अपनेआप में बहुत थी धार्मिक और पावन हे।

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बिंदु सरोवर सिद्धपुर में मात्रा महिलाओ का ही श्राद्ध किया जाता हे यहाँ पे कोई भी पुरुष का श्राद्ध यहाँ पे नहीं किया जाता हे। कहा जाता हे की जब पुरुष जन्म लेता हे तब अपनी माँ के कोख में ९ महीने रहता हे। माँ लड़के को उस समय अपने संस्कार देती हे। इस तरह से एक पुत्र अपने मात द्वारा उसके प्रति किये गए कर्मो का ऋणी हो जाता हे। जब कोई भी पुत्र आकर यहाँ पे अपनी माता के मृत्यु के बाद उसका श्राद्ध करता हे तो वो अपनी माता द्वारा उसके ऊपर किये गए कर्मो के ऋण से मुक्त होता हे और माता की आत्मा को शांति मिलती हे। ऐसा मन जाता हे की यहाँ पे मातृश्राद्ध करने से माता द्वारा पुत्र पे किये गए १६ प्रकार के ऋण में से उसे मुक्ति मिलती हे।

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माँ के मोक्ष हेतु अलग से अनुष्ठान का प्रावधान हिन्दू धर्म क परिवारों और उनके संस्कारो में नारी और खास करके माता के महत्व को क्या अहमियत दी गई हे इस बात का प्रमाण देता हे। बिंदु सरोवर सिद्धपुर गुजरात के काशीधाम के नाम से मशहूर हे । इस स्थल का प्राचीन नाम श्रीस्थल भी हे। इस सरोवर में स्नान करने का भी एक अलग ही महत्व हे।

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बिंदु सरोवर सिद्धपुर का इतिहास क्या हे ?

पौराणिक कथाओ के अनुसार हमें यह जानने को मिला हे की भगवन विष्णु के छठ्ठे अवतार यानि की भगवन परशुराम ने यहाँ पे माता रेणुका का श्राद्ध किया था। पुराणों में इस स्थान को पहले से ही नाभि स्थान बोला गया हे इसीलिए यहाँ पे सिर्फ और सिर्फ माता का ही श्राद्ध होता हे। भारत में हिन्दू धर्म में आये हुए ५ मुख्या सरोवरों में से बिंदु सरोवर सिध्दपुर को एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता हे। वैसे भी यह सरोवर गुजरात के उस शहर में स्थित हे जो शहर प्राचीन काल से ही गुजरात की राजधानी रह चूका हे। ऐसे में गुजरात के और भारत के प्राचीन और पौराणिक इतिहास में इस शहर का स्थान और भी महत्वपूर्ण हो जाता हे।

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